आज का मंडी भाव

Siwani Mandi सिवानी मंडी: ग्वार, चना, सरसों और अन्य फसलों के आज के ताजा भाव

सिवानी मंडी में ग्वार के भाव ₹5260 तक पहुंचे, जबकि तारानगर मंडी में यह ₹5230/40 पर बंद हुआ। ग्वार की कीमतों में यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मांग और स्थानीय सप्लाई पर निर्भर करती है।

सिवानी मंडी में आज फसलों के भावों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला। किसान और व्यापारी दोनों के लिए यह जानकारी बेहद अहम है क्योंकि फसलों की कीमतों का सीधा असर उनके लाभ और खर्च पर पड़ता है। मंडी में ग्वार के भाव ₹5260, चना (मोक्सर 10 पास) के भाव ₹6350/80, और सरसों (लेब) के भाव ₹6150 पर बंद हुए। गेहूं ₹3100, मूंग ₹7900, और बाजरा ₹2600 के भाव पर व्यापार हुआ। इसके अलावा, मोठ ₹5000, जौ ₹2500, और तारामिरा ₹5100 पर बिके।

ग्वार के भाव में उतार-चढ़ाव

सिवानी मंडी में ग्वार के भाव ₹5260 तक पहुंचे, जबकि तारानगर मंडी में यह ₹5230/40 पर बंद हुआ। ग्वार की कीमतों में यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मांग और स्थानीय सप्लाई पर निर्भर करती है। किसानों के लिए यह संकेत है कि ग्वार की अच्छी क्वालिटी मंडी में बेहतर दाम दिला सकती है।

चना के भाव: किसानों के लिए अच्छी खबर

चना (मोक्सर 10 पास) का भाव ₹6350/80 पर रहा, जबकि नेट नोन कंडीशन चना ₹5650 पर बिक रहा है। यह अंतर फसल की गुणवत्ता और नमी की स्थिति पर निर्भर करता है। मंडी के जानकारों का कहना है कि चना के भाव में आने वाले दिनों में और तेजी आ सकती है।

सरसों के बढ़ते दाम

सरसों (लेब) का भाव ₹6150 पर स्थिर रहा। सरसों की बढ़ती मांग और तेल के ऊंचे दाम इस स्थिरता का कारण हैं। मंडी में सरसों की अच्छी क्वालिटी का स्टॉक किसानों को फायदा पहुंचा सकता है।

गेहूं और बाजरा के ताजा भाव

गेहूं ₹3100 और बाजरा ₹2600 के भाव पर बिका। मंडी के विशेषज्ञों के अनुसार, गेहूं और बाजरा की कीमतों में मौसमी प्रभाव दिखता है। बाजरा की कम उपज इसकी कीमतों में हल्की वृद्धि कर सकती है।

मूंग और मोठ के दामों में स्थिरता

मूंग ₹7900 और मोठ ₹5000 पर बिके। मूंग की खेती करने वाले किसानों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है। मोठ की कीमतें स्थिर रहने से व्यापारियों को राहत मिली है।

जौ और तारामिरा के भाव

जौ ₹2500 और तारामिरा ₹5100 पर बिके। जौ के कम भाव ने किसानों को निराश किया, जबकि तारामिरा के भाव स्थिर रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि जौ की मांग में कमी इसकी कीमतों को प्रभावित कर रही है।

स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर

मंडी के भावों पर स्थानीय आपूर्ति और अंतरराष्ट्रीय मांग का गहरा प्रभाव पड़ता है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे फसलों की गुणवत्ता बनाए रखें और बाजार के रुझानों पर नजर रखें।

किसानों के लिए सुझाव

विशेषज्ञों का कहना है कि किसान मंडी के ताजा भाव की जानकारी के साथ फसल की गुणवत्ता पर ध्यान दें। इससे उन्हें बेहतर लाभ मिलेगा।

मंडी के भावों का महत्व

मंडी के भाव न केवल किसानों बल्कि उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं। यह जानकारी सभी के लिए लाभदायक है।

आने वाले दिनों का अनुमान

मौसमी बदलाव और मांग के आधार पर आने वाले दिनों में ग्वार, चना और सरसों की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।

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